घर चाहे कितना भी सुंदर और फर्नीचर कितना ही महंगा क्यों न हो, कीड़े-मकोड़े उन्हें खराब करने से पहले सोचेंगे नहीं। लिहाजा, आपको पेस्ट कंट्रोल ऑपरेटर की सर्विस लेने में हिचकना नहीं चाहिए।
घर में कराया गया पेस्ट कंट्रोल ट्रीटमेंट आमतौर पर एक महीने तक प्रभावी रहता है। वैसे, पेस्ट कंट्रोल के लिए प्रफेशनल हेल्प ली जानी चाहिए या नहीं, यह इस बात पर डिपेंड करता है कि घर में कीड़े-मकोड़ों की हालत क्या है? हालांकि नए बने मकान में तो प्रफेशनल हेल्प लेना सही रहता है, जिससे आगे चलकर कोई दिक्कत न हो।
अगर किचन में एक-दो कॉकरोच दिखाई दें, तो किसी प्रफेशनल की मदद लेने की जरूरत अभी नहीं आई है। स्प्रे से ही काम चल सकता है। आमतौर पर जैनुइन पेस्ट कंट्रोल एजेंसी इंडियन पेस्ट कंट्रोल एसोसिएशन की सदस्य होती हैं, जो पेस्ट कंट्रोल ऑपरेटर्स से जुड़े मामलों को देखती है।
घर के फर्नीचर और फर्निशिन्ग की मेंटेनेंस भी आपके इस अभियान का हिस्सा होना चाहिए। लकड़ी के बने मेज-कुर्सियों समेत सारे फर्नीचर पर एंटी-टर्माइट ट्रीटमेंट कराएं।
केमिकल हर हाल में नुकसान पहुंचाते हैं, इसलिए पेस्ट कंट्रोल कराने से पहले एजेंसी से ट्रीटमेंट के बारे में अच्छी तरह समझ लें। ट्रीटमेंट में इस्तेमाल मटीरियल और उसके साइड इफेक्ट्स के बारे में बेहिचक पूछें। यह सुनिश्चित करें कि किसी एक्सपायर्ड केमिकल का प्रयोग न हो और उनकी बोतलों पर लेबलिंग पूरी हो।
साथ ही उन्हें घरों में इस्तेमाल करने के लिए बनाया गया हो, न कि इंडस्ट्री के प्रयोग के लिए। एक अच्छा पेस्ट कंट्रोल ऑपरेटर हर केमिकल के बारे में छोटी से छोटी बात बता सकता है और उसे यह भी बता होता है कि फलां केमिकल ही क्यों इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
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